📞+91-9450891485 | ✉️info@mbss.co.in | प्राणिमात्र की सेवा
सप्तर्षियों में एक

महर्षि भारद्वाज

ऋग्वेद के छठे मंडल के द्रष्टा, विमान शास्त्र और आयुर्वेद के संवाहक, तथा रामायण में गुरु-मार्गदर्शक के रूप में पूज्य। उनका आश्रम प्रयाग में ज्ञान और विज्ञान का केंद्र रहा।

  • 📜 75 सूक्त और 765 मंत्रों से युक्त भारद्वाज मंडल की रचना।
  • 🙏 भगवान राम, भरत और द्रोणाचार्य जैसे शिष्यों को मार्गदर्शन।
  • 🔬 यंत्र सर्वस्व, भारद्वाज संहिता और धनुर्वेद जैसे प्राचीन वैज्ञानिक ग्रंथ।

ऋग्वेद योगदान

765+

मंत्र जिनकी द्रष्टा परंपरा भारद्वाज ऋषि से जुड़ी है।

आश्रम शिक्षा

प्रयाग

संगम किनारे स्थित आश्रम ने अनेक राजकुमारों और ऋषियों को शिक्षित किया।

वैज्ञानिक ग्रंथ

३+

विमान, आयुर्वेद और धनुर्वेद के मूल सिद्धांतों को संरक्षित किया।

📜 जीवन यात्रा

जन्म और प्रारंभिक शिक्षा

महर्षि बृहस्पति के पुत्र के रूप में जन्म; बचपन से ही वेद, आयुर्वेद और ज्योतिष का अध्ययन।

तपस्या और वेदाध्ययन

तीन जन्मों तक वेद अध्ययन की कथा प्रसिद्ध है। ब्रह्मा से दर्शन प्राप्त कर वेद ज्ञान का संवहन किया।

प्रयाग का आश्रम

संगम तट पर स्थित आश्रम में राजकुमारों और ऋषियों को नीति, विज्ञान और अध्यात्म का पाठ पढ़ाया।

रामायण में मार्गदर्शन

वनवास के प्रथम चरण में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण को आश्रय दिया; चित्रकूट के लिए मार्ग बताया।

विरासत और परंपरा

द्रोणाचार्य, अग्निवेश और भारद्वाज गोत्र के लाखों परिवार आज भी उनकी परंपरा को आगे बढ़ाते हैं।

📚 वेदों और शास्त्रों में योगदान

महर्षि भारद्वाज ने वैदिक मंत्रों से लेकर वैमानिक और आयुर्वेदिक शास्त्रों तक ज्ञान की अमूल्य धरोहर हमें सौंपी।

🕉️ ऋग्वेद मंडल 6

इंद्र, अग्नि और वायु देवताओं की स्तुतियों से परिपूर्ण गहन दार्शनिक मंत्र।

  • 75 सूक्त, 765 मंत्र
  • नैतिकता और धर्म के सिद्धांत
  • प्राकृतिक शक्तियों का संतुलन

✨ उपनिषदिक विचार

ज्ञान, कर्म और भक्ति मार्ग के संतुलन पर बल; आत्मा और ब्रह्म की एकता का संदेश।

  • साधना और गुरु-भक्ति
  • ज्ञान-विज्ञान का समागम
  • धर्म आधारित शासन दृष्टि

📜 ऋग्वेद मंत्र

“परि त्वा गिर्वणः...” जैसे मंत्रों से सामूहिक चेतना, प्रकाश और सुरक्षा का संदेश।

  • सत्य और प्रकाश का आह्वान
  • समुदायिक एकता पर जोर
  • आत्मबल और तपस्या का महत्व

🔬 विज्ञान और प्रौद्योगिकी की दृष्टि

✈️ विमान शास्त्र

“यंत्र सर्वस्व” में हवाई यानों के प्रकार, धातुएँ, ऊर्जा स्रोत और नेविगेशन सिद्धांत वर्णित हैं।

💊 भारद्वाज संहिता

आयुर्वेदिक औषधियों, उपचार पद्धति और रोग-निवारण के प्रायोगिक निर्देश।

🏹 धनुर्वेद

राजनीति, युद्धनीति और अस्त्र-शस्त्र संचालन पर आधारित ग्रंथों की परंपरा को दिशा दी।

📿 शिक्षाएं और जीवन मूल्य

आध्यात्मिक ध्येय

  • ज्ञान और तपस्या के बिना मोक्ष संभव नहीं।
  • सत्य और धर्म मार्ग पर चलना ही सर्वोच्च साधना है।
  • गुरु-शिष्य परंपरा की रक्षा सामाजिक कर्तव्य है।

जीवन के आदर्श

  • सेवा ही सर्वोच्च धर्म; समाज के लिए ज्ञान का उपयोग करें।
  • विज्ञान और श्रद्धा दोनों का समन्वय करें।
  • संस्कृति और परंपरा की रक्षा ही राष्ट्र की रक्षा है।

महर्षि भारद्वाज की विरासत को आगे बढ़ाएं

वेद, विज्ञान और सेवा की भावना को जन-जन तक पहुँचाना हमारा दायित्व है। इस पावन परंपरा से जुड़कर ज्ञान और समाज सेवा के संकल्प को साकार करें।